बदला (Badla)
यह कहानी है उस बदले कि जिसमें दिखाया गया है कि कैसे समाज में हमारी रक्षा और हमारी आवाज को लोगों तक पहुँचाने वाले तंत्र में जब कुछ असामाजिक और हानिकारक लोग आ जाते है और तंत्र में सड़ान्ध उत्पन्न करते है तो आम लोगों को किस प्रकार से जूझना और अपनी बेवजह बलि देनी पड़ती है। और ऐसे में दो महिलाये..[…]